Whatsapp Puzzles with Answers in Hindi || हिंदी पहेलियाँ

 Hindi mein paheliyan | हिंदी पहेलियाँ

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Whatsapp Puzzles with Answers in Hindi || हिंदी पहेलियाँ


 

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बेशक न हो हाथ में हाथ,
जीता है वह आपके साथ |
उत्तर –  परछाई

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कमरा बाँध कोने में पड़ी,
बड़ी सबेरे अब है खड़ी |
उत्तर – झाड़ू

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तीन रंग की तितली
नहा धोकर निकली
उत्तर – समोसा

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एक प्लेट में 3 चम्मच |
उत्तर – पंखा

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हरी डंडी, लाल कमान,
तौबा – तौबा करे हर इंसान |
उत्तर – लाल मिर्च

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काला घोड़ा, सफेद सवारी,
एक उतरा तो दूसरे की बारी |
उत्तर – तवा और रोटी

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मैं हरी, मेरे बच्चे काले,
मुझे छोड़, मेरे बच्चे खा ले |
उत्तर – इलायची

100 paheliyan with answer

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काले वन की रानी है,
लाल पानी पीती है |
उत्तर – खटमल

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एक पहेली मैं बुझाऊँ,
सिर को काट नमक छिड़काऊँ |
उत्तर – खीरा

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 तीन अक्षर का मेरा नाम,
उल्टा सीधा एक समान |
उत्तर – जहाज

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ऊँट की बैठक, हिरन की चाल,
बोलो वह कौन है पहलवान |
उत्तर – मेढ़क

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हजार लाख में रहे अँधेरा,
मात्र एक हीं में उजाला |
 उत्तर – चाँद

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खड़ा पर भी खड़ा,
बैठने पर भी खड़ा |
उत्तर – सींग

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कान मरोड़ो, पानी दूँगा,
मैं कोई पैसे नहीं लूँगा |
उत्तर – नल

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दिन में सोए, रात में रोए |
जितना रोए, उतना खोए |
 उत्तर –  माचिस
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 एक घर में पचास चोर,
रहते हैं सब साथ-साथ |
उत्तर – मोमबत्ती
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हरा मकान लाल दुकान,
और उसमें बैठता लल्लूराम |
उत्तर –  तरबूज

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न भोजन खाता, न वेतन लेता,
फिर भी पहरा डटकर देता |
उत्तर – ताला

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एक पेड़ की तीस है डाली,
आधी सफेद और आधी काली |
उत्तर –  महीना

Hindi paheliyan with answers

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 सफेद मुर्गी हरी पूँछ,
तुझे ना आए काले से पूछ |
उत्तर – मूली

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छोटा हूँ पर बड़ा कहलाता,
रोज दही की नदी में नहाता |
उत्तर –  दहीबड़ा

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चार ड्राइवर एक सवारी,
उसके पीछे जनता भारी |
उत्तर – मुर्दा

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बीसों का सिर काट लिया,
ना मारा ना ख़ून किया |
उत्तर –  नाख़ून

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एक पैर है, काली धोती,
जाड़े में वह हरदम सोती |
गरमी में है, छाया देती
सावन में वह हरदम रोती |
उत्तर – छतरी

 पहेलियाँ उत्तर सहित

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 पगरी में भी, गगरी में भी,
और तुम्हारी नगरी में भी |
कच्चा खाओ, पक्का खाओ
शीश में मेरा तेल लगाओ |
उत्तर – नारियल

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लाल घोड़ा रुका रहे,
काला घोड़ा भाग जाए, बताओ कौन ?
उत्तर – आग और धुँआ

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वह पाले नहीं भैंस, ना गाय,
फिर भी दूध मलाई हीं खाए |
घर बैठे हीं वह करे शिकार,
रिश्ते में भी है, वह मौसी यार |
उत्तर – बिल्ली


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कटोरा पर कटोरा,
बेटा बाप से भी गोरा |
उत्तर – नारियल

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भवनों से मैं नजर आता,
सब बच्चों को खूब भाता |
दूर का हूँ लगता मामा,
रूप बदलता पर दिल को भाता |
उत्तर – चंद्रमा

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एक पाँव का काला मेंढक,
वर्षा काल में आता |
 बहुत बरसता है जब पानी,
उपयोगी मैं बन जाता |
उत्तर – छाता

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बिना पाँव पानी पर चलती,
बत्तख नहीं, ना पानी की रानी |
उसे न चाहिए सड़क या पटरी,
सिर्फ चाहिए गहरा पानी |
उत्तर – नाव

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सात रोज में हूँ आता,
बालकों का हूँ चहेता |
वे करते हैं बस मुझसे प्यार,
नित्य करते हैं मेरा इंतजार |
उत्तर – रविवार

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रंग है उसका पीला,
तपाया है तो ढीला |
पीटा है तो फैला,
कीमती है तो छैला |
उत्तर – सोना

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खबर लाता हूँ सुबह
नहीं लगाता हूँ देर मैं |
फेंक दिया जाता हूँ,
दूसरे दिन रद्दी के ढेर में |
उत्तर – अख़बार

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बोल नहीं पाती हूँ मैं,
और सुन नहीं पाती |
बिना आँखों के हूँ अंधी,
पर सबको राह दिखाती |
उत्तर – पुस्तक

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तीन अक्षर का मेरा नाम,
बीच कटे तो रिश्ते का नाम |
आखिरी कटे तो सब खाए,  
भारत के तीन तरफ दिखाए |
उत्तर – सागर

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शुरू कटे तो कान कहलाऊँ,
बीच कटे तो मन बहलाऊँ |
परिवार की मैं करूँ सुरक्षा
बारिश, आँधी, धूप से रक्षा |
उत्तर – मकान

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सोने की वह चीज है,
पर बेचे नहीं सुनार |
मोल तो ज्यादा है नहीं,
 बहुत है उसका भार |
उत्तर – चारपाई

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 नकल उतारे सुनकर वाणी,
चुप-चुप सुने सभी की कहानी |
नील गगन है इसको भाए,
चलना क्या उड़ना भी आए |
उत्तर – तोता

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राजा महाराजाओं के ये,
कभी बहुत आया काम |
संदेश इसने पहुचाएँ,
सुबह हो या शाम |
उत्तर – कबूतर

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आगे ‘प’ है मध्य में भी ‘प’,
 अंत में इसके ‘ह’ है |
 पेड़ों पर रहता है,
सुर में कुछ कहता है |
उत्तर – पपीहा

हिंदी पहेलियाँ Hindi Puzzles


देखी रात अनोखी वर्षा,
सारा खेत नहाया |
पानी तो पूरा शुद्ध था,
पर पी न कोई पाया |
उत्तर – ओस

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 करती नहीं यात्रा दो गज,  
फिर भी दिन भर चलती है |
रसवंती है, नाजुक भी,
लेकिन गुफा में रहती है |
उत्तर – जीभ

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नहीं सुदर्शन चक्र मगर,
मैं चकरी जैसा चलता |
सिर के ऊपर उल्टा लटका.
फर्श पर नहीं उतरता |
उत्तर – पंखा

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पास में उड़ता-उड़ता आए,
क्षण भर देखूँ , फिर छिप जाए |
बिना आग के जलता जाए,
सबके मन को वह लुभाए |
उत्तर – जुगनू

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छिलके को दूर हटाते जाओ,
बड़े स्वाद से खाते जाओ |
इतना पर अवश्य देखना,
छिलके इसके दूर हीं फेंखना |
उत्तर – केला

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आँखें दो हो जाए चार,
मेरे बिना कोट बेकार |
घुसा आँखों में मेरा धागा,
दर्जी के घर से मैं भागा |
उत्तर – बटन

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मध्य कटे तो सास बन जाऊँ,  
अंत कटे तो सार समझाऊँ |
मैं हूँ पक्षी, रंग सफेद,
बताओ मेरे नाम का भेद |
उत्तर – सारस

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सर्दी की रात मैं नभ से उतरूँ,  
 लोग कहते हैं मुझे मोती |
सूर्य का प्रकाश देखते हीं,
मैं गायब होती |
उत्तर – ओस

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एक हाथ है लकड़ी की डंडी,
बने हुए हैं इसमें आठ घर |
ज्यों-ज्यों  हवा जाए उस भवन में,
त्यों-त्यों निकले हैं मीठे स्वर |
उत्तर – बाँसुरी
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उड़ नहीं सकती मैं वायु में,
 चल नहीं पाती सड़कों पर |  
लेकिन लाखों पर्यटकों को,
पहुँचाती हूँ इधर-उधर |
उत्तर – रेल

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बिन जिसके हो चक्का जाम |
पानी जैसी चीज है वह,
झट से बताओ उसका नाम |
उत्तर – पेट्रोल

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मैं एक बीज हूँ,
तीन अक्षर है मेरे |
दो दल वाला अन्न हूँ,
दाल बनाकर खाते हो |
उत्तर –  मटर

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तरल हूँ पर पानी नहीं,
चिपचिपा हूँ गोंद नहीं |
मीठा हूँ पर चॉकलेट नहीं,
मधुमक्खियों द्वारा मैं बनता हूँ |
उत्तर – शहद


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 दो सुंदर लड़के,
दोनों एक रंग के |
एक बिछड़ जाए,
तो दूसरा काम न आए |
उत्तर – जूता

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तरल हूँ पर पानी नहीं,
चिपचिपा हूँ गोंद नहीं |
मीठा हूँ पर चॉकलेट नहीं,
मधुमक्खियों द्वारा मैं बनता हूँ |
उत्तर – शहद

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पढ़ने में, लिखने में,
दोनों में हीं आता काम |
कलम नहीं, कागज़ नहीं,
बताओ क्या है मेरा नाम |
उत्तर – चश्मा

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बैठ तार में आती वह,
घर के दीप जलाती वह |
कई मशीनों का है वह प्राण,
बोलो क्या कहलाती वह |
उत्तर – बिजली

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जंगल मेरी जन्मभूमि है,
महफिल मेरा धाम |
सबके होंठ लग कर देती,
सरगम का पैगाम |
उत्तर – बाँसुरी

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एक सींग की ऐसी गाय,
जिता दो उतना हीं खाए |
खाते – खाते गाना गाए,
पेट नहीं उसका भर पाए |
उत्तर – आटा चक्की

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आदि कटे तो गीत सुनाऊँ,
मध्य कटे तो संत बन जाऊँ |
अंत कटे साथ बन जाता,
संपूर्ण सबके मन भाता |
उत्तर – संगीत

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पूरे विश्व में एक यहीं,
सबसे बड़ा महाद्वीप |
भारत-पाक रूस और
इसमें हीं है चीन |
उत्तर – एशिया

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हाल – चाल यदि पूछो उससे,
नहीं करेगा सीधे बात |
सादा लगता है,
पर पेट में रखता दांत |
उत्तर – अनार


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ऐसा एक अजब खजाना,
जिसका मालिक बड़ा श्याना |
दोनों हाथों से लुटाता,
फिर भी दौलत बढ़ता हीं जाता |
उत्तर – ज्ञान

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मुझको उल्टा करके देखो,
लगता हूँ मैं नौजवान |
कोई पृथक नहीं रहता,
बूढ़ा बच्चा या जवान |
उत्तर – वायु

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सिर काट दो, मन दिखता हूँ,  
पैर काट दो, आदर बना दूँ |
पेट काट दो, कुछ न बताता,
प्रेम से अपना शीश नवाता |
उत्तर – नमन


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लाल – लाल आँखें,
लंबे – लंबे कान |
रुई का फुहासा,
बोलो क्या है उसका नाम ?
उत्तर – खरगोश

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डिब्बे पे डिब्बा, डिब्बे का गाँव |
चलती फिरती बस्ती, लोहे का पाँव |
उत्तर – रेल

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आपको किसी दूसरे व्यक्ति से यह कहना है कि आप मेरे 5 प्रश्नों का जवाब गलत दीजिए पर एक भी उत्तर आपका सही नहीं होना चाहिए
तो आप एक एक प्रश्न आराम से कोई सा भी उसके सामने ऐसा लगे कि आप बहुत ज्यादा सोच रहे हो ऐसे पूछना है एक एक प्रश्न को
और तीन चार प्रश्न हो जाने के बाद उसे यह पूछना है की कितने प्रश्न हो चुके
इसका जवाब वह पक्का सही आंसर देगा
एक बार ट्राई जरूर करना

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एक पैर है होती, जाड़े में हरदम सोती |
गर्मी में छाया देती, सावन में वह हरदम रोती |
उत्तर – छतरी

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सुबह सवेरे आता हूँ, शाम ढले चल जाता हूँ |
मुझे देखकर दिन की शुरुआत, सभी को रोशन कर जाता हूँ |
उत्तर – सूरज

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शुरू कटने से हूँ मैं पशु, बीच कटे पर काम |
आखिर कटे तो पक्षी होता बताओ मेरा नाम |
उत्तर – कागज

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एक बूढ़े के बारह बच्चे, कोई छोटे तो कोई लंबे |
कोई गर्म और कोई ठंडे,  बतलाओ नहीं तो खाओ डंडे |
उत्तर – साल

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बिन पावों के चलते देखा,
इत – उत उसको फिरते देखा |
काम विचित्र करते देखा,
जल से उसे मरते देखा |
उत्तर – जूता

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शरीर है, इसका लंबा-लंबा,
मुख है, कुछ-कुछ गोरा |
पेट में जिसके है काली डंडी,
नाम लिखे हैं वो मेरा |
उत्तर – पेंसिल

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भैया मैं हूँ तीन पंख का,
चार महीने पाता आराम |
बिजली का प्रवाह मैं सहता,
घंटों मैं तो चलता रहता |
उत्तर – पंखा

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दुम कटे तो सीता,
शीश कटे तो मित्र |
बीच कटे तो खोपड़ी.
पहेली है बड़ी विचित्र |
उत्तर – सियार

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धरती में मैं पैर छुपाता,
आसमान में शीश उठाता |
हिलता पर कभी न चलता,
पैरों से हूँ भोजन खाता |
उत्तर – पेड़

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तीन अक्षर का शहर हूँ,
विश्व में प्रसिद्ध हूँ |
अंत कटे तो आग बन जाऊँ,
मध्य कटे तो आरा कहलाऊँ |
उत्तर – आगरा

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सात गांठ की रस्सी,
गांठ – गांठ में रस |
इसका उत्तर जो बताए,
उसको देंगे रूपए दस |
उत्तर – जलेबी


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 मुझे खाना चाहो तो,
सबसे पहले मुझे तोड़ो |
मेरे अंदर है सुनहरा खजाना,
फ्राई कर के झट से खा लो |
उत्तर – अंडा



😏 बझो तो जानें ! 😙

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ऐसा कौन सा फल है
जो कच्चे में मीठा लगता है
और पकने के बाद खट्टा या
कड़वा लगता है?
बताओ?
Answers अनान्नास
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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बिना चूल्हे के खीर बनी
ना मीठी ना नमकीन
थोड़ा-थोड़ा खा गए
बड़े बड़े शौकीन
Answers  चूना
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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जा जोड़े तो जापान अमीरों के लिए है यह शान
बनारसी है इसकी पहचान दावतो में बढ़ती इसकी मान।
Answers  पान
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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ऐसी क्या चीज है,
जो जून में होती है दिसंबर में नहीं
आग में होती है लेकिन पानी में नहीं।
Answers गर्मी
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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हरी थी मन भरी थी लाख मोती जड़ी थी
राजाजी के बाग में दुशाला ओढ़े खड़ी थी
Answers भुट्टा
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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दिखता नहीं पर पहना है
यह नारी का गहना है
Answers लज्जा
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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ऐसी क्या चीज है,
जो जागे रहने पर ऊपर रहती है
सो जाने पर गिर जाती है।
Answers इंसान की Height
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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तीन अक्षर का मेरा नाम,
खाने के आता हूँ काम ।
मध्य कटे हवा हो जाता,
अंत कटे तो हल कहलाता ॥
Answers हलवा
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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काली तो है, पर काग़ नहीं,
लंबी तो है, पर नाग नहीं ।
बल तो खाती, पर डोर नहीं,
बांधतेतो है, पर ढोर नहीं ॥
Answers चोटी
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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धूप देख मैं आ जाऊँ;
छाँव देख शर्मा जाऊँ ।
जब हवा करे मुझे स्पर्श;
मैं उसमे समा जाऊँ;
बताओ क्या ॥
Answers पसीना
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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बूझो भैया एक पहेली जब
काटो तो नई नवेली ॥
Answers चश्मा🤓
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😏 बझो तो जानें ! 😙
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कला घोडा सफ़ेद सवारी,
एक उतरा तो दूसरे की बरी ॥

Answers पेंसिल
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